Sunday, 5th July 2020
Admin
कानपुर प्रकरण के बाद प्रदेश में कुख्यातों की दोबारा सूची बनने लगी है। एसटीएफ ने सरकार को दी गई 25 बदमाशों की सूची में 12 बदमाश पश्चिम के हैं। सभी की अवैध संपत्ति और जेल में उनकी निगरानी की जाएगी। उक्त बदमाशों के संपर्को की भी पड़ताल की जाएगी।
ये बदमाश शमिल हैं सूची में
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने एसटीएफ को प्रदेश के कुख्यातों की निगरानी पर लगा दिया है। एसटीएफ ने 25 बदमाशों की सूची भेजी है। इनमें मुजफ्फरनगर का संजीव उर्फ जीवा लखनऊ जेल में बंद है। नोएडा का सुंदर भाटी उर्फ नेताजी हमीरपुर, नोएडा का अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर महाराजगंज, नोएडा का अनिल भाटी कौशाम्बी, नोएडा के सिंहराज भाटी फैजाबाद, मुजफ्फरनगर का सुशील मूंछ कानपुर, नोएडा का अंकित गुर्जर महाराजगंज, गाजियाबाद का अमित कसाना नोएडा, शामली का आकाश जाट गाजियाबाद, मेरठ का उधम सिंह आजमगढ़, मेरठ का योगेश भदौड़ा सिद्धार्थनगर और बागपत काअजीत उर्फ हप्पू बरेली जेल में रखा गया है। सीओ एसटीएफ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि जेल में बंद सभी बदमाशों की सहायता करने वालों की जानकारी जुटाई जाएगी। उनकी अवैध संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
इनको लिस्ट में नहीं रखा गया
पुलिस कस्टडी से भागे डेढ़ लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो, जेल में बंद भूपेंद्र बाफर, मेरठ के शारिक और सलमान गैंग तथा सुशील फौजी और मोनू जाट को भी कुख्यातों की सूची से अलग रखा गया है। पुलिस कस्टडी से भागे खत्ता रोड निवासी एक लाख के इनामी नजाकत को भी सूची से बाहर कर दिया है। वह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है।
इनका कहना है
प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया की 25 कुख्यात बदमाशों की सूची एसटीएफ से मांगी गई थी। उनके मुकदमों के बारे में संबंधित जनपदों के कप्तानों को पैरवी के आदेश दिए गए हैं। उसके बाद दूसरी सूची में अन्य बदमाशों को शामिल किया जाएगा।