पूजा बेदी ने अपने ट्वीट में लिखा: "पुलिस को 'निलंबित' क्यों किया गया? क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया, जबकि जाहिर है कि उनकी हरकतें उन्हें अपराधी बनाती हैं। गिरफ्तारी उनके चेहरे पर एक तमाचे की तरह होगी। वे ढीले हैं, कानून और व्यवस्था के लिए एक झटका होगा। । सस्पेंशन कुछ नहीं करेगा। ”इस तरह पूजा बेदी ने हाथरस मामले में एसपी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने पर प्रतिक्रिया दी। उनके इस ट्वीट पर यूजर्स की कई प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।
गौरतलब है कि 20 वर्षीय दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गठित एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के बारे में यूपी सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, हाथरस के एसपी विक्रांत वीर को लापरवाही और शिथिल पर्यवेक्षण पर निलंबित कर दिया गया था। उनके अलावा सीओ राम शबद, एसआई जगवीर सिंह, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा और हेड कांस्टेबल महेश पाल को निलंबित कर दिया गया।
शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हाथरस में सामूहिक बलात्कार और हमले के पीड़ित के परिवार से मुलाकात की। बता दें कि इलाज के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को एक दलित लड़की की मौत हो गई थी। जिस तरह से स्थानीय पुलिस ने मामले को संभाला उसके लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की कड़ी आलोचना की गई। पुलिस ने दोपहर 2 बजे युवती का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान पीड़िता का परिवार भी वहां नहीं था। इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।