एफआईआर में क्या कहा गया है?
- पीड़ित परिवार को एक सुनियोजित आपराधिक साजिश के तहत बरगलाया गया था।
- अराजक तत्वों ने पीड़ित परिवार को राज्य सरकार के खिलाफ गलत बयानी के लिए 50 लाख का लालच दिया।
- अराजक तत्व वर्ग और जाति को भड़काकर राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे।
- यह दबाव पीड़ित परिवार पर बार-बार यह कहने के लिए बनाया गया था कि सामूहिक बलात्कार हुआ था, जबकि पहली शिकायत में पीड़ित परिवार ने मारपीट की बात कही थी।
- राज्य सरकार की छवि को धूमिल करके पूरे राज्य में सनसनी पैदा करने का प्रयास किया गया और शांति भंग करने का प्रयास किया गया।
- सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काने के लिए तमाम झूठी तस्वीरें और ऑडियो वायरल किए गए।
- यह मामला तब दर्ज किया गया जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार की प्रगति को देखकर कुछ लोग हाथरस कांड का गलत फायदा उठा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने दायर मामलों पर सोमवार को कहा कि 'हाथरस में एक गहरी साजिश रची गई है। हम सच्चाई का पता लगाएंगे।