अंबाला। राफेल लड़ाकू विमान बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पर आने वाले हैं। इसके संबंध में, अंबाला वायु सेना स्टेशन के 4 क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई है। जारी किए गए आदेशों के अनुसार, वायुसेना स्टेशन के पास धुलकोट, बलदेव नगर, गरनाला, पंजोखरा, आदि स्थानों से एयरफोर्स स्टेशन की किसी भी प्रकार की तस्वीर लेना प्रतिबंधित है।
डीएसपी मुनीश सहगल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रहेगी और नाकाबंदी की जाएगी। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि लोग उत्साह के साथ फोटोग्राफी न करें। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए ये कदम उठाए गए हैं।
एक सप्ताह के भीतर किसी भी मिशन के लिए तैयार हो जाएगा
बता दें कि एक हफ्ते के भीतर ये लड़ाके किसी भी मिशन के लिए तैयार हो जाएंगे। इन लड़ाकू विमानों को उड़ाने के लिए कुल 12 पायलटों को प्रशिक्षित किया गया है, जो इसे फ्रांस से ला रहे हैं। भारतीय वायु सेना ने इन लड़ाकू विमानों के स्वागत की पूरी तैयारी कर ली है। वायु सेना के फाइटर पायलट 7000 किमी की हवाई दूरी तय करके अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे। इस मौके पर एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी मौजूद रहेंगे।
एयर चीफ मार्शल खुद राफेल को रिसीव करेंगे
इस मौके पर वायुसेना की ओर से किसी आधिकारिक कार्यक्रम का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया विमानों को अंबाला में रिसीव करेंगे. कोरोना काल में भी लगातार भारतीय वायुसेना ने राफेल को तैयार करने का काम जारी रखा. बता दें 10 एयरक्राफ्ट तयशुदा समय पर डिलीवरी के लिए तैयार हैं. हालांकि, पांच एयरक्राफ्ट ट्रेनिंग के लिए फ्रांस में ही रखे गए हैं, जबकि 5 को भारत भेजा गया है और फ्रांस की तरफ ये साफ किया जा चुका है कि बाकी फाइटर जेट की डिलीवरी 2021 के अंत तक हो जाएगी.