Sunday, 23rd August 2020
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नई दिल्ली: पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने छात्रों के मन की बात सुनते हुए जेईई और एनईईटी परीक्षाओं को रोकने की अपील की है। राहुल गांधी ने कहा, 'आज हमारे लाखों छात्र सरकार से कुछ कह रहे हैं। उन्हें एनईईटी, जेईई परीक्षा के बारे में सुना जाना चाहिए और सरकार को एक सार्थक समाधान निकालना चाहिए। आपको बता दें कि दोनों परीक्षाओं को रद्द करने की मांग छात्रों और उनके अभिभावकों द्वारा की जा रही है। कई नेता भी इस मांग में शामिल हैं। उनका कहना है कि कोरोना संकट के बीच इन परीक्षाओं का आयोजन करना खतरे से खाली नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट इस मामले में माता-पिता द्वारा दी गई याचिका पर भी सुनवाई करने वाला है।
इससे पहले, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इंजीनियरिंग और मेडिकल से संबंधित इन प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र से अपील करते हुए उन्होंने विकल्प खोजने की बात कही है। हालांकि, केंद्र सरकार इन परीक्षाओं को लेने के लिए दृढ़ है, जिसमें लाखों छात्र पूरे देश में बैठने जा रहे हैं। परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है और बड़ी संख्या में छात्रों ने इसे डाउनलोड भी किया है।
वहीं, छात्रों द्वारा दी गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है। कोर्ट ने कहा, 'छात्रों के करियर के साथ जोखिम नहीं लिया जा सकता। जीवन को रोका नहीं जा सकता .... कोरोना एक साल तक चल सकता है .... क्या हम एक और साल इंतजार करेंगे? आपको बता दें कि आईआईटी जेईई (मेन) में प्रवेश के लिए परीक्षा 1 सितंबर और 6 सितंबर को आयोजित की जाएगी, जबकि एनईईटी की परीक्षा 13 सितंबर को होगी।