आपत्तिजनक संदेश वायरल करने के मामले में
उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखे जाने के साथ ही गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट, बहराइच व बाराबंकी में सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय अखंडता को विघटित करने वाले संदेश प्रसारित करने के मामले में पुलिस ने पीएफआई/एसडीपीआइ व अन्य संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ में काकोरी पुलिस ने आरोपित अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर उसका मोबाइल कब्जे में लिया है। बहराइच में पुलिस ने डॉ.अलीम, साइबे आलम उर्फ साहिबे आलम व कमरुद्दीन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की है। इसके अलावा बाराबंकी में पुलिस ने मु.नदीम को पकड़ा है। मेरठ पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश वायरल करने के मामले में अंकित व अरुण कुमार को गिरफ्तार किया है।
कई सदस्यों की गतिविधियों की निगरानी
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि पीएफआई और एसडीपीआई एक दूसरे से संबंधित संगठन हैं। इन संगठनों की भूमिका भी उजागर हुई और नागरिक सुरक्षा अधिनियम के विरोध के दौरान कार्रवाई की गई। इन संगठनों के कई सदस्यों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। जो भी राज्य में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ध्यान रहे, लखनऊ पुलिस ने सीएएफए के खिलाफ उग्र प्रदर्शन की साजिश रचने के आरोप में पीएफआई के राज्य वसीम अहमद को गिरफ्तार किया था।