वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने कहा कि भारत की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के बल को नियंत्रित करने का चीन का प्रयास उसकी विस्तारवादी आक्रामकता का हिस्सा है और यह स्वीकार करने का समय आ गया है कि वार्ता और चीन नहीं करेंगे समझौते के साथ अपने आक्रामक रवैये को बदलें। गौरतलब है कि पिछले पांच महीनों से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन और भारत के बीच गतिरोध बना हुआ है और इस वजह से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। दोनों पक्षों के बीच गतिरोध को हल करने के लिए उच्च-स्तरीय राजनयिक और सैन्य वार्ता चल रही है, लेकिन समस्या अभी तक हल नहीं हुई है। यूएस एनएसए रॉबर्ट ओ। ब्रायन ने इस हफ्ते की शुरुआत में यूटा में चीन पर टिप्पणी की थी। , "भारत के साथ सीमा पर CCP (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ चाइना) का विस्तारवादी आक्रमण स्पष्ट है जहाँ चीन शक्ति के बल पर वास्तविक नियंत्रण रेखा को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है।"