उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीती रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस की टीम पर बदमाशों ने हमला किया. इस हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद और 7 जवान घायल हुए. दरअसल, राहुल नाम के एक शख्स ने विकास दुबे के खिलाफ हत्या के आरोप में केस दर्ज कराया था. पुलिस उसे पकड़ने के लिए बिकरु गांव पहुंची.
घटना में पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए. इसके बाद से यूपी कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर हमलावर है. प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव ने कानपुर एनकाउंटर को लेकर करारा हमला बोला. वहीं, बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
मायावती ने कहा- ‘कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण. स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है.’
उन्होनें आगे कहा- ‘इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े. सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की ये मांग है.’
वहीं इसके अलावा सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- ‘कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि! उत्तर प्रदेश के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों‘ की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है. अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए.’
बदमाशों को पहले से ही पुलिस के आने की जानकारी थी. इसलिए उन्होनें पुलिस की टीम के रास्ते को JCB लगाकर रोकने की भी कोशिश की. इसके बाद पुलिस अपनी गाड़ियां वहीं पर छोड़कर विकास दुबे के घर पर गई. इस दौरान छतों से बदमाशों ने पुलिस टीम पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. देर रात तक पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग होती रही. इस दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर विकास दुबे वहां से फरार हो गया.