गुप्तेश्वर पांडे ने कहा, 'आज मैं बिहार का डीजीपी नहीं हूं, इसलिए सरकार का कोई भी आदेश अब मुझ पर लागू नहीं होगा। बक्सर, जहानाबाद, बेगूसराय और अन्य जिलों से लोग मेरे पास आ रहे हैं। मैं लोगों से बात करूंगा कि वे मेरी सेवाओं को और आगे कैसे ले जाना चाहते हैं और मैं फिर से निर्णय लूंगा। मैंने अभी तक नहीं कहा है कि मैं चुनाव लड़ूंगा। मैं अभी तक किसी पार्टी में शामिल नहीं हुआ हूं। मैं आपको बताऊंगा जब मैं करूँगा। समाज की सेवा का साधन सिर्फ राजनीति नहीं है।
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उन्होंने आगे कहा, 'मेरे संन्यास का सुशांत मामले से कोई लेना-देना नहीं है।' बातचीत के दौरान, उन्होंने स्वीकार किया कि सुशांत मामले में राजनीति हो रही है और यह दुखद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (सीएम नीतीश कुमार) पर आरोप लगाया जा रहा है। बता दें कि गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के लिए वर्ष 2009 में भी आवेदन किया था। वह बक्सर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन राज्य सरकार ने उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया। जिसके बाद वह फिर से पुलिस सेवा में लौट आया।